दस बातें जिन पर हमें भरोसा है

हमने ये “10 बातें” तब लिखी थीं जब Google को शुरू हुए कुछ ही साल हुए थे. हम समय-समय पर इस सूची की समीक्षा करते रहते हैं, ताकि देख सकें कि यह बातें आज भी लागू होती हैं या नहीं. हम आशा करते हैं कि यह सारी चीज़ें आज भी उतनी ही प्रासंगिक हों—और अगर ऐसा नहीं है तो इसके लिए आप हमें ज़िम्मेदार ठहरा सकते हैं.

1. उपयोगकर्ता को ध्यान में रखकर काम करो, बाकी सब खुद-ब-खुद ठीक हो जाएगा.

शुरुआत से ही हमारी कोशिश सबसे बढ़िया उपयोगकर्ता अनुभव देने की रही है. कोई नया इंटरनेट ब्राउज़र बनाते वक्त या होमपेज में थोड़ा बदलाव करते समय, हमारा मकसद अपनी आमदनी बढ़ाना या कंपनी के टारगेट पूरा करना नहीं होता. हमारा ध्यान इस बात पर होता है कि यह बदलाव या टूल आपके इस्तेमाल के अनुभव को कैसे बेहतर बना सकता है. हमारा होमपेज साफ़-सुथरा और आसानी से समझ में आने वाला है. साथ ही हमारे पेज फटाफट लोड हो जाते हैं. हमारे सर्च (खोज) नतीजे पूरी तरह ईमानदार हैं यानी किसी से पैसा लेकर उसके लिंक को नतीजों में शामिल नहीं किया जाता. साथ ही हम जो विज्ञापन दिखाते हैं, उनके बारे में साफ़ तौर पर बताया जाता है कि वह विज्ञापन हैं. इस बात का भी ध्यान रखा जाता है कि विज्ञापन, सर्च से जुड़ी सामग्री दिखाए, और ज़बरदस्ती ध्यान खींचने वाला न हो. नए टूल और ऐप्लिकेशन बनाते समय हमारी कोशिश रहती है कि वह इतना बढ़िया काम करें कि आपको यह सोचने की ज़रूरत ही न पड़े, कि अगर उन्हें किसी और तरह से बनाया जाता तो कैसा रहता.

2. दस बेकार काम करने से अच्छा है, एक काम करो लेकिन बेहतरीन ढंग से करो.

हम सर्च (खोज) करते हैं. हमारी रिसर्च (शोध) टीम दुनिया की सबसे बड़ी रिसर्च टीमों में से एक है, जिसका पूरा ध्यान सर्च को और बेहतर बनाने पर है. हम जानते हैं कि हम क्या बढ़िया करते हैं, और उसे और बेहतर तरीके से कैसे कर सकते हैं. हमारी सर्च का इस्तेमाल करके दुनिया भर के करोड़ों लोग तुरंत और बिना किसी रुकावट के जानकारी ढूंढ सकते हैं. इसके बाद भी हम इसे लगातार बेहतर बनाने की कोशिश में जुटे हैं. ऐसा करने के लिए हम जटिल समस्याओं पर बार-बार विचार करके, उनके समाधान ढूंढते हैं. सर्च को बेहतर बनाने में इस्तेमाल किए गए इन तरीकों को, हम Gmail और Google मैप्स जैसे दूसरे उत्पादों पर भी आज़माते हैं, जिससे उनमें भी लगातार सुधार होता रहे. हमारी कोशिश है कि हम सर्च को दूर-दराज के इलाकों तक पहुंचा सकें, और लोगों के लिए लगातार बढ़ती जा रही जानकारी तक पहुंचना, और उसे इस्तेमाल करना आसान बना सकें.

3. तेज़, धीमे से बेहतर है.

हम जानते हैं कि आपका समय कीमती है, और इसलिए यह ज़रूरी है कि इंटरनेट पर जवाब ढूंढते समय आपको नतीजे तुरंत मिलें. हमारी पूरी कोशिश रहती है कि हम आपका वक्त ज़ाया न होने दें और जवाब तुरंत मुहैया करवाएं. हम शायद दुनिया में ऐसा कहने वाली अकेली कंपनी होंगे, लेकिन हमारा मकसद वाकई में यह है कि लोग हमारी वेबसाइट को जितनी जल्दी हो सके, छोड़कर चले जाएं. अपने पेज से गैरज़रूरी जानकारी हटाकर और जवाब ढूंढने की अपनी सेवा को बेहतर बनाकर, हमने कई बार रफ़्तार के अपने ही रिकॉर्ड तोड़े हैं. आज कैसी भी सर्च हो, हम पलक झपकते ही नतीजे पेश कर सकते हैं. हम अपने हर नए उत्पाद को रिलीज़ करते समय रफ़्तार को ध्यान में रखते हैं, फिर चाहे वह कोई मोबाइल ऐप हो, या आजकल के वेब के लिए बनाया गया तेज़ रफ़्तार वाला ब्राउज़र Google Chrome. और हम अभी भी इन सबको और तेज़ बनाने में जुटे हैं.

4. वेब पर लोकतंत्र काम करता है.

Google सर्च इसलिए कारगर है, क्योंकि वह वेबसाइटों पर लिंक पोस्ट करने वाले लाखों लोगों पर भरोसा करता है, ताकि पता चल सके कि और कौनसी साइट हैं, जिन पर काम की जानकारी मिल सकती है. कोई वेब पेज कितना महत्वपूर्ण है, यह पता लगाने के लिए हम 200 से ज़्यादा संकेतों और कई तरह की तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं, जिनमें हमारा पेटेंट किया गया PageRank™ एल्गोरिदम भी शामिल है. यह विश्लेषण करता है कि कौन सी साइटों को, वेब पर मौजूद दूसरे पेजों ने, जानकारी के सबसे अच्छे स्रोत के रूप में "वोट दिया" है. जैसे-जैसे वेब बड़ा होता जा रहा है, वैसे-वैसे यह तरीका भी बेहतर हो रहा है, क्योंकि हर नई साइट जानकारी का एक नया स्रोत है, साथ ही एक और वोट भी. इसके अलावा, हमारा ओपन सोर्स सॉफ़्टवेयर भी है, जहां कई प्रोग्रामर मिलकर नई चीज़ों की ईजाद करते हैं.

5. जवाब चलते-फिरते भी ढूंढे जा सकते हैं.

दुनिया तेज़ी से मोबाइल होती जा रही है: लोग चाहते हैं कि वे कभी भी, कहीं से भी जानकारी एक्सेस कर सकें. हम नई-नई तकनीक ढूंढ रहे हैं और मोबाइल सेवाओं के लिए ऐसे समाधान बना रहे हैं, जिनसे दुनिया भर के लोग अपने फ़ोन पर जितने चाहें, उतने काम कर सकें. इनमें ईमेल और कैलेंडर इवेंट देखने से लेकर, वीडियो देखने के साथ ही फ़ोन पर Google सर्च एक्सेस करने के अलग-अलग तरीकों तक सब कुछ शामिल हैं. इसके अलावा हमें आशा है कि हमारे मुफ़्त में उपलब्ध, ओपन सोर्स मोबाइल प्लैटफ़ॉर्म Android के ज़रिए, हम दुनिया भर के मोबाइल उपयोगकर्ताओं के लिए, और बेहतर सुविधाएं बना पाएंगे. Android के ओपन सोर्स प्लैटफ़ॉर्म की वजह से इंटरनेट को मोबाइल के मुताबिक बनाने में बड़ी मदद मिली है. Android से न सिर्फ़ ग्राहकों को फ़ायदा होता है क्योंकि उन्हें ज़्यादा विकल्प और नए मोबाइल अनुभव मिलते हैं, बल्कि इससे मोबाइल सेवा देने वाली कैरियर कंपनियों, मोबाइल फ़ोन बनाने वाली कंपनियों और डेवलपर के लिए भी आमदनी के नए मौके खुल जाते हैं.

6. आप कोई गलत काम किए बिना भी पैसे कमा सकते हैं.

Google एक व्यवसाय है. हमारी आमदनी का ज़रिया कंपनियों को सर्च तकनीक मुहैया करवाना, और अपनी साइट के साथ-साथ वेब की दूसरी साइटों पर विज्ञापन दिखाना है. दुनिया भर में लाखों विज्ञापन देने वाले अपने उत्पादों का प्रचार करने के लिए AdWords का इस्तेमाल करते हैं; वहीं लाखों प्रकाशक AdSense के ज़रिए अपनी साइट की सामग्री से मेल खाते विज्ञापन दिखाते हैं. यह तय करने के लिए कि हमारे उपयोगकर्ताओं (चाहे वे विज्ञापन देने वाले हों या नहीं) को सही सेवा मिले, हमने अपने विज्ञापन कार्यक्रमों, और उन्हें लागू करने के तरीकों के लिए, कुछ नियम बनाए हैं:

  • हम अपने नतीजों के पेज पर तब तक विज्ञापन नहीं दिखाते, जब तक कि वे उस सर्च से जुड़े हुए नहीं हों, जिस पर वे दिखाए जा रहे हैं. हमारा मानना है कि विज्ञापन सिर्फ़ और सिर्फ़ तभी काम की जानकारी दे सकते हैं, जब वे आपकी खोजी जाने वाली चीज़ से जुड़े हों–इसलिए हो सकता है कि कुछ सर्च के नतीजों में कोई भी विज्ञापन न दिखाया जाए.

  • हमारा मानना है कि विज्ञापन तड़क-भड़क के बिना भी असरदार हो सकता है. हम ऐसे पॉप–अप विज्ञापन नहीं दिखाते, जिनकी वजह से आप अपनी ढूंढी गई जानकारी को ठीक से न देख पाएं. हमने पाया है कि कभी भी, कहीं भी दिखने वाले विज्ञापनों के मुकाबले, दर्शक ऐसे टेक्स्ट विज्ञापनों पर ज़्यादा क्लिक करते हैं, जो उनके काम के हों. बड़े, छोटे, सभी तरह के विज्ञापन देने वाले, इस बेहद मशहूर माध्यम का फ़ायदा उठा सकते हैं.

  • Google पर विज्ञापन को हमेशा ही साफ़ तौर पर “प्रायोजित लिंक” के रूप में दिखाया जाता है, इसलिए इसका हमारे सर्च नतीजों की प्रामाणिकता पर कोई असर नहीं पड़ता. हम कभी, अपने सहयोगियों (पार्टनर) को सर्च नतीजों में ऊपर दिखाने के लिए, रैंकिंग में हेरफेर नहीं करते और कोई भी बेहतर PageRank खरीद नहीं सकता. हमारे उपयोगकर्ताओं को हमारी ईमानदारी पर भरोसा है, और हम इस विश्वास को किसी भी कीमत पर नहीं तोड़ेंगे.

7. जानकारी अनंत है.

इंटरनेट पर मौजूद बाकी सर्च सेवाओं के मुकाबले, कहीं ज़्यादा HTML पेजों को इंडेक्स कर लेने के बाद, हमारे इंजीनियरों ने अपना ध्यान उस जानकारी को सामने लाने पर लगाया, जो आसानी से उपलब्ध नहीं थी. कभी-कभी यह एक नए डेटाबेस को सर्च में शामिल करने जैसा आसान काम था, जैसे किसी फ़ोन नंबर, एड्रेस (पता) लुकअप और बिज़नेस डायरेक्ट्री (व्यवसाय निर्देशिका) को जोड़ना. लेकिन कभी-कभी, थोड़ी ज़्यादा रचनात्मकता की ज़रूरत थी, जैसे समाचार संग्रह, पेटेंट, अकादमिक जर्नल, अरबों तस्वीरों और लाखों किताबों में से कुछ ढूंढकर लाना. हमारे रिसर्चर (शोध करने वाले) अभी भी, दुनिया भर की जानकारी को उन लोगों तक पहुंचाने के नए तरीके खोजते रहते हैं, जिन्हें अपने जवाब की तलाश है.

8. जानकारी की ज़रूरत दुनिया में सभी को है.

हमारी कंपनी की शुरुआत कैलिफ़ोर्निया में हुई, लेकिन हमारा मकसद पूरी दुनिया को उनकी भाषा में जानकारी मुहैया कराना है. इसी का नतीजा है कि आज हमारे 60 से भी ज़्यादा देशों में दफ़्तर हैं, 180 से ज़्यादा इंटरनेट डोमेन हैं, और हमारे पास आने वाली आधी से ज़्यादा सर्च अमेरिका के बाहर से आती हैं. Google सर्च 130 से ज़्यादा भाषाओं में उपलब्ध है. इसके ज़रिए लोग ना सिर्फ़ अपनी भाषा में कुछ ढूंढ सकते हैं, बल्कि नतीजों को सिर्फ़ अपनी भाषा में लिखी गई सामग्री तक ही सीमित भी रख सकते हैं. हमारी कोशिश है कि हमारी बाकी ऐप्लिकेशन और उत्पाद भी ज़्यादा से ज़्यादा भाषाओं और प्रारूपों में उपलब्ध हों. हमारे अनुवाद टूल का इस्तेमाल करके, लोग किसी भी भाषा में लिखी गई सामग्री को पढ़ सकते हैं फिर चाहे उन्हें वह भाषा नहीं आती हो. इन टूल और स्वयंसेवी अनुवादकों की मदद से, हम दुनिया के दूर-दराज के हिस्सों तक पहुंचने वाली, अपनी सेवाओं की विविधता और गुणवत्ता (क्वालिटी) को, काफ़ी बेहतर बना पाए हैं.

9. सूट-बूट पहने बिना भी आप बड़ा काम कर सकते हैं.

हमारे संस्थापकों ने इस सोच के साथ Google की शुरुआत की थी कि काम चुनौतीपूर्ण होना चाहिए, और चुनौती मज़ेदार होनी चाहिए. हमारा मानना है कि अगर कंपनी की संस्कृति सही हो, तो शानदार, रचनात्मक काम होने की संभावना ज़्यादा होती है–और संस्कृति का मतलब दफ़्तर में लावा लैंप और रबर की गेंद रख देना ही नहीं है. हम टीम की उपलब्धियों के साथ-साथ सदस्यों की व्यक्तिगत उपलब्धियों में भी गौरव महसूस करते हैं, और इसका हमारी सफलता में बड़ा हाथ रहा है. हमारे कर्मचारियों में बेहतरीन प्रतिभाएं शामिल हैं–ये अलग-अलग पृष्ठभूमि से आए, जोश से भरपूर, उत्साही लोग हैं, जो काम, मनोरंजन और ज़िंदगी को एक नए नज़रिए से देखते हैं. हम तकल्लुफ़ में नहीं पड़ते, नया आइडिया (विचार) चाहे कैफ़े में आए, टीम मीटिंग में या फिर जिम में, उस पर तुरंत कार्रवाई होती है. उसे सही लोगों के साथ शेयर किया जाता है, उस पर काम होता है, और उसी रफ़्तार से टेस्टिंग भी होती है–कौन जाने, वही आइडिया आगे चलकर दुनिया के काम आने वाला बड़ा प्रोजेक्ट बन जाए.

10. महज़ बढ़िया होना काफ़ी नहीं है.

हमारा मानना है कि किसी चीज़ में बढ़िया होना महज़ शुरुआत है, मंज़िल नहीं. हम हमेशा अपने लिए, नामुमकिन दिखने वाले लक्ष्य बनाते हैं, क्योंकि हमें पता है कि जब एक बार हम उन्हें हासिल करने की कोशिश में जुट जाएंगे, तो अपनी उम्मीद से भी आगे निकल सकते हैं. नई खोज करके और उसको बार-बार आज़माकर, हम ऐसी तकनीक बनाते हैं जो अच्छी तरह से काम करें. फिर हम उसमें ऐसे बदलाव लाते हैं जिनके बारे में अभी तक किसी ने न सोचा हो. मसलन, जब हमारे एक इंजीनियर ने देखा कि सर्च सही स्पैलिंग (वर्तनी) वाले शब्दों के लिए ठीक काम कर रहा है, तो उनके दिमाग में आया कि स्पैलिंग गलत होने पर (टाइपो) सर्च क्या करेगा. इससे उन्हें प्रेरणा मिली कि वह सर्च को किसी शब्द की एक से ज़्यादा स्पैलिंग (मिलती-जुलती) समझने लायक बना सकें.

भले ही आपको ठीक से यह पता न हो कि आप क्या खोज रहे हैं, फिर भी वेब पर आपके लिए जवाब ढूंढना हमारी ज़िम्मेदारी है, आपकी नहीं. हम दुनिया भर में फैले हमारे उपयोगकर्ताओं की ज़रूरतों का अंदाज़ा पहले से लगाने की कोशिश करते हैं. फिर उन्हें पूरा करने के लिए ऐसे नए उत्पाद और सेवाएं भी बनाते हैं, जिनसे बाज़ार अभी भी अनजान है. जब हमने Gmail लॉन्च किया था, तो उसमें किसी भी दूसरी ईमेल सेवा से ज़्यादा जगह दी गई थी. सोचने पर ऐसा लग सकता है कि यह तो सबसे बड़ी ज़रूरत है–लेकिन ऐसा इसलिए है क्योंकि अब ईमेल स्टोरेज के हमारे मानदंड बदल गए हैं. तब यह इतनी आसानी से समझ में आने वाली बात नहीं थी. हम ऐसे बदलाव करना चाहते हैं, और हम हमेशा ऐसे क्षेत्रों की तलाश में रहते हैं जहां हम कुछ नया कर सकें. एक वाक्य में कहें तो, चीज़ें जैसी हैं, उन्हें उसी हाल में स्वीकार न करने की हमारी आदत ही, हमारे हर काम के पीछे की प्रेरणा रही है.