सप्लायर के लिए आचार संहिता

Google, काम करने वाले लोगों को पूरा सम्मान देता है और उनकी गरिमा का ध्यान रखता है. हम इस बात का भी ख्याल रखते हैं कि काम करने का माहौल सुरक्षित हो, सभी काम नैतिक तरीके से किए जाएं, और काम के दौरान पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे. हम, Google की सप्लाई चेन और ऑपरेशंस में काम करने वाले सप्लायर और उनके सप्लायर से उम्मीद करते हैं कि वे सामाजिक, नैतिक, और पर्यावरण से जुड़ी ये ज़िम्मेदारियां निभाएंगे.

सप्लायर का 'Google के सप्लायर के लिए आचार संहिता' का पालन करना

  • **बुनियादी ज़िम्मेदारियां. सभी सप्लायर के लिए ज़रूरी है कि वे इन ज़िम्मेदारियों का पालन करने के अलावा, लागू होने वाले कानूनों, नियमों, निर्देशों, और दिशा-निर्देशों के साथ-साथ हमारे और उनके बीच तय हुए किसी भी अनुबंध की सभी जवाबदेही मानें.

  • ऑन-साइट काम करना. हमारी प्रॉपर्टी या सुविधाओं का इस्तेमाल करने वाले सभी सप्लायर को उनके इस्तेमाल से जुड़ी हमारी सभी नीतियों और शर्तों का पालन करना होगा.

  • सर्टिफ़िकेशन. अगर Google, सप्लायर से ISO 50001, 14001 या OHSAS 18001 जैसे सर्टिफ़िकेशन भी मांगता है, तो उन्हें तय समय में ये सर्टिफ़िकेशन हासिल करने की पूरी कोशिश करनी होगी.

  • सूचना ज़ाहिर करना. सप्लायर, उद्योग में इस्तेमाल किए जा रहे तरीकों के मुताबिक अपने काम, स्वास्थ्य और सुरक्षा, पर्यावरण के लिए उठाए गए कदमों, कारोबारी गतिविधियों, कंपनी की संरचना, वित्तीय स्थिति, और उसकी परफ़ॉर्मेंस के बारे में सही जानकारी देंगे.

  • सहयोग करना. सप्लायर अपनी ज़िम्मेदारियां पूरी तरह से निभा रहे हैं या नहीं, यह पता करने के लिए हम जब भी उनसे कोई जानकारी मांगेंगे या किसी ऑडिट के लिए कहेंगे, वे पूरा सहयोग करेंगे. हम हालात बेहतर बनाने के लिए सप्लायर के साथ काम करने की कोशिश करते हैं, लेकिन हम किसी भी ऐसे सप्लायर के साथ काम करना बंद कर सकते हैं, जो ये ज़िम्मेदारियां नहीं निभाता.

श्रम और मानवाधिकार

Google, काम करने वाले लोगों के मानवाधिकारों को बढ़ावा देने और उनके साथ सम्मान और गरिमापूर्ण व्यवहार करने के लिए प्रतिबद्ध है. यह प्रतिबद्धता अस्थायी, प्रवासी, छात्र, ठेके पर काम करने वाले लोगों, सीधे तौर पर काम करने वाले कर्मचारियों, और काम करने वाले दूसरे सभी तरह के लोगों पर लागू होती है. इसलिए, ये नतीजे हासिल करने के लिए, सप्लायर को अपने साथ काम करने वाले लोगों को बेहतर तरीके से मैनेज करना होगा:

  • रोज़गार चुनने की आज़ादी देना और आधुनिक गुलामी के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाना. सप्लायर किसी भी तरह से जबरन, बंधुआ रूप में या ठेके/पट्टे पर काम नहीं कराएंगे और न ही इसकी अनुमति देंगे. यह ज़रूरी है कि काम करने वाले लोग, किसी भी काम को अपनी मर्ज़ी से करें और उन्हें किसी भी वक्त नौकरी छोड़ने की छूट हो. सप्लायर, काम करने वालों की पहचान, प्रवास या काम करने के परमिट से जुड़े दस्तावेज़ों को लंबे समय तक अपने पास नहीं रखेंगे. वे उन्हें अपने पास तब तक ही रखेंगे, जब तक प्रशासनिक प्रक्रिया के लिहाज़ से ज़रूरी हो. रोज़गार देने के बदले में, सप्लायर को काम करने वालों से सीधे तौर पर या तीसरे पक्ष से, पैसे या किसी भी तरह का कोई शुल्क नहीं लेंगे. अगर कोई व्यक्ति, भर्ती के लिए किसी तरह का कोई शुल्क देता है, तो सप्लायर को उनके पैसे वापस कर देने चाहिए. सप्लायर, काम करने वाले लोगों को, काम करने की जगह पर आने, वहां से जाने या काम करने पर ऐसी रोक नहीं लगाएंगे जो कि गलत हो. भर्ती की प्रक्रिया के तहत यह ज़रूरी है कि सप्लायर काम करने वाले हर व्यक्ति के साथ एक लिखित कानूनी समझौता करे, जिसमें काम की शर्तों के बारे में जानकारी दी गई हो. यह जानकारी उसी भाषा में लिखी होनी चाहिए, जिसे काम करने वाले लोग समझते हों. अगर काम करने के लिए किसी व्यक्ति को देश छोड़ना पड़ता है, तो काम से जुड़ा लिखित कानूनी समझौता उसे अपना देश छोड़ने से पहले दिया जाना चहिए.

  • कम उम्र के काम करने वाले लोग और इंटर्नशिप कर रहे छात्र/छात्राएं. सप्लायर बाल मज़दूरी नहीं कराएंगे. यहां “बाल” शब्द का मतलब हर उस बच्चे से है जिसकी उम्र 15 साल या ज़रूरी शिक्षा पूरी करने के लिए तय की गई उम्र से कम हो. इसके अलावा, देश के कानून के हिसाब से रोज़गार पाने की सबसे कम उम्र से छोटे बच्चों पर भी यह नियम लागू होता है. इनमें से जो भी उम्र सबसे ज़्यादा होगी, उस उम्र तक के बच्चों से सप्लायर मज़दूरी नहीं कराएंगे. इसके अलावा, काम करने वाले ऐसे लोग जिनकी उम्र 18 साल से कम है वे ऐसे काम नहीं करेंगे जिससे उनकी सेहत या सुरक्षा को कोई खतरा हो. इनमें, रात की शिफ़्ट में काम करना और ओवरटाइम करना शामिल हैं. सप्लायर कानूनी रूप से सही और ठीक तरह से मैनेज किए गए छात्र/छात्रा इंटर्नशिप जैसे अप्रेंटिसशिप कार्यक्रम करा सकते हैं. सप्लायर के यहां काम करने वाले छात्र/छात्राओं, इंटर्न, और अप्रेंटिस को उतना ही वेतन मिलना चाहिए जितना इससे मिलते-जुलते या इसके बराबर काम करने वाले नए लोगों को मिलता है. यह उन जगहों पर लागू नहीं होगा, जहां के कानून अलग हैं.

  • वेतन. सप्लायर अपने यहां काम करने वालों को कानूनी रूप से तय किया गया वेतन और दूसरी सुविधाएं देंगे. साथ ही, वे वेतन से टैक्स की कटौती करने से जुड़े कानून का पालन करेंगे और काम करने वाले लोगों को बताएंगे कि उन्हें किस आधार पर वेतन दिया जा रहा है. इसके लिए, सप्लायर, काम करने वाले लोगों को पे स्लिप या इसी तरह का कोई दस्तावेज़ देंगे. सप्लायर से उम्मीद की जाती है कि वे अनुशासन से जुड़ी कार्रवाई के नाम पर वेतन में कटौती नहीं करेंगे.

  • काम के घंटे. आपातकालीन या असामान्य स्थितियों को छोड़कर, सप्लायर को उन सभी काम करने वाले लोगों से हर हफ़्ते 60 घंटे (ओवरटाइम के साथ) से ज़्यादा काम नहीं लेना चाहिए, जिन्हें वे घंटे के हिसाब से पैसे देते हैं. अगर इससे कम काम लिया जा रहा है, तो ये घंटे उस क्षेत्र के कानून के हिसाब से काम करने के घंटों की तय सीमा से कम होने चाहिए. काम करने वाले लोगों को हर सात दिन में कम से कम एक दिन की छुट्टी मिलनी चाहिए.

  • काम करने वाले लोगों के साथ एक जैसा व्यवहार करना, भेदभाव न करना, और काम के लिए सभी तरह के लोगों की भर्ती करना. सप्लायर को किसी भी तरह का उत्पीड़न करने, बुरा बर्ताव करने, शारीरिक दंड देने या अमानवीय व्यवहार करने की अनुमति नहीं है. सप्लायर अपने यहां काम करने वाले या काम करने जा रहे लोगों को किसी भी तरह की गैरकानूनी स्वास्थ्य या शारीरिक जांच कराने के लिए मजबूर नहीं करेंगे. सप्लायर से यह उम्मीद की जाती है कि वे भर्ती, नियुक्ति या रोज़गार देने की प्रोसेस में नस्ल, रंग, उम्र, लिंग, लैंगिक पहचान, लैंगिक रुझान, यौन झुकाव, वैवाहिक स्थिति, जाति, मूल, राष्ट्रीयता, दिव्यांगता, आनुवांशिक जानकारी, सेहत से जुड़ी जानकारी, गर्भावस्था, धर्म, किसी राजनैतिक दल से संबंध, यूनियन की सदस्यता, पूर्व सैनिक या शरीर पर बनी किसी कलाकृति के आधार पर भेदभाव नहीं करेंगे. काम करने वालों को अपनी धार्मिक परंपराओं का पालन करने की ज़रूरी सुविधाएं मिलेंगी. सप्लायर अपने यहां नौकरी के लिए आवेदन करने वाले लोगों से आवेदन या इंटरव्यू की शुरुआती प्रक्रिया से पहले उनके आपराधिक इतिहास के बारे में कोई पूछताछ नहीं करेंगे. अगर इंटरव्यू नहीं लिया जाता है, तो नियुक्ति के नियम और शर्तें बनने से पहले काम करने वाले लोगों से उनके आपराधिक इतिहास के बारे में कोई पूछताछ नहीं की जाएगी. इसके अलावा, सप्लायर यह पक्का करेंगे कि उन्होंने अपनी टीम में काम करने के लिए, अलग-अलग संस्कृति से जुड़े लोगों को शामिल किया है. वे ऐसे लोगों की पहचान करेंगे और देखेंगे कि उनकी टीम में अलग-अलग संस्कृति से जुड़े कितने लोग हैं. साथ ही, वे इस अनुपात को बेहतर करने की कोशिश करेंगे.

  • किसी असोसिएशन से जुड़ने और वेतन वगैरह के लिए सामूहिक शर्तें तय करने की आज़ादी. काम करने वाले लोगों के पास बिना किसी पाबंदी के असोसिएशन से जुड़ने, वेतन वगैरह के लिए सामूहिक शर्तें तय करने, और स्थानीय कानून के दायरे में रहकर अपना प्रतिनिधित्व पाने की आज़ादी होगी. सप्लायर से यह उम्मीद की जाती है कि वे काम करने के लिए लोगों को ऐसा माहौल देंगे कि वे खुल कर मैनेजमेंट से अपनी बात कह सकें और अपनी समस्याएं शेयर कर सकें. काम करने वाले लोगों को इस बात का डर नहीं होना चाहिए कि बाद में उनका उत्पीड़न किया जाएगा या उनके ख़िलाफ़ किसी तरह की कार्रवाई की जाएगी.

स्वास्थ्य और सुरक्षा

सप्लायर, स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़ी ज़रूरतों को अपने कामकाज के तरीकों में शामिल करेंगे, ताकि लोग स्वस्थ और सुरक्षित माहौल में काम कर सकें:

  • व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य. सप्लायर, सुरक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े सभी कानूनों और नियमों का पालन करेंगे. साथ ही, सही डिज़ाइन, दुर्घटना रोकने की रणनीति, रखरखाव, काम करने के सुरक्षित तरीकों, और समय-समय पर सुरक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े प्रशिक्षण की मदद से, काम करने वाले लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े जोखिम की पहचान, मूल्यांकन, और निगरानी करेंगे. साथ ही, उन जोखिमों को कंट्रोल भी करेंगे. इन जोखिमों में रासायनिक, जैविक, शारीरिक नुकसान के खतरे और मुश्किल हालात में काम के जुड़े खतरे शामिल हैं. जब ऐसे उपायों से इन जोखिमों को ठीक से कंट्रोल न किया जा सके, तब सप्लायर काम करने वालों को सही, Personal Protective Equipment और इन खतरों में शामिल जोखिमों के बारे में जानकारी देकर उनकी सुरक्षा करेंगे. सप्लायर, काम के दौरान लगने वाली चोट और होने वाली बीमारी की रोकथाम, इलाज, निगरानी, और उसकी रिपोर्ट तैयार करने के लिए ज़रूरी प्रोसेस लागू करेंगे. इसमें कर्मचारियों को ऐसे मामलों के बारे में बताने के लिए बढ़ावा देना और मामलों को कैटगरी के हिसाब से रिकॉर्ड करना शामिल है. इनके अलावा, कर्मचारियों को ज़रूरी इलाज की सुविधा देने, मामलों की जांच-पड़ताल करने, मामले कम करने के लिए ज़रूरी कदम उठाने, और काम पर वापस आने वाले कर्मचारियों की मदद करने के लिए भी ज़रूरी प्रोसेस लागू करेंगे.

  • आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहना. सप्लायर, ऐसी आपातकालीन स्थितियों की पहचान करेंगे और उनसे निपटने की तैयारी करेंगे जो आने वाले समय में खड़ी हो सकती हैं. साथ ही, वे आपातकालीन योजनाएं लागू करेंगे और काम करने वालों को दुर्घटनाओं से निपटने की प्रोसेस के बारे में बताएंगे. इन योजनाओं में, आपातकालीन स्थिति की सूचना देना, कर्मचारियों को आगाह करना, और उस स्थिति से बाहर निकलने की जानकारी देना शामिल है. इसके अलावा, उन्हें अभ्यास कराना, आग का पता लगाने और उसे बुझाने के उपकरण देना, बाहर निकलने की सुविधाएं, और व्यवस्था बहाली की योजनाएं शामिल हैं.

  • स्वच्छ वातावरण, भोजन, और रहने की सुविधा. सप्लायर, काम करने वालों को साफ़ शौचालय की सुविधा, पीने का पानी, साफ़-सुथरे तरीके से खाना तैयार करने, खाने को स्टोर करके रखने, और खाने की जगह की सुविधा देंगे. अगर सप्लायर, काम करने वाले लोगों को रहने की सुविधाएं देते हैं, तो वे सुविधाएं साफ़ और सुरक्षित होनी चाहिए. साथ ही, वहां ज़रूरत के मुताबिक निजी जगह, वहां से बाहर जाने का रास्ता, आपातकालीन स्थिति में बाहर निकलने की सुविधा, जगह को गर्म रखने और हवा के आने-जाने की पूरी व्यवस्था, और नहाने के लिए गर्म पानी होना चाहिए.

पर्यावरण से जुड़ी ज़िम्मेदारी

Google यह मानता है कि बेहतरीन प्रॉडक्ट बनाने के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति ज़िम्मेदारी निभाना भी बहुत ज़रूरी है. सप्लायर, निर्माण से जुड़ी गतिविधियों में, पर्यावरण को होने वाले नुकसान को कम करने की प्रोसेस के इस्तेमाल का पूरा ध्यान रखेंगे. इसके अलावा, वे समुदाय, पर्यावरण, और प्राकृतिक संसाधनों पर पड़ने वाले बुरे असर को कम करेंगे. साथ ही, लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा का ध्यान रखेंगे. इसके अलावा:

  • पर्यावरण की सुरक्षा से जुड़ी अनुमतियां लेना और ज़रूरी जानकारी मुहैया कराना. सप्लायर, पर्यावरण से जुड़ी सभी ज़रूरी अनुमतियां और मंज़ूरी लेंगे. साथ ही, रजिस्ट्रेशन कराएंगे और ऐसे सभी दस्तावेज़ों को अपडेट रखेंगे. इसके अलावा, अपने कामकाजी ज़रूरतों के साथ-साथ दूसरी ज़रूरी जानकारी देने की शर्तों को भी पूरा करेंगे.

  • संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल और स्वच्छ ऊर्जा. सप्लायर कोशिश करेंगे कि सभी प्रोसेस में कच्चे माल, ऊर्जा, और पानी जैसे संसाधनों की खपत को कम किया जा सके. सप्लायर, ऊर्जा की खपत और अपने कामकाज के चलते निकलने वाली ग्रीनहाउस गैस की मात्रा कम करने की कोशिश करेंगे. साथ ही, इन दोनों पर निगरानी रखेंगे और ऊर्जा की खपत को रिकॉर्ड करेंगे. इसके अलावा, ऊर्जा का बेहतर इस्तेमाल करने और स्वच्छ ऊर्जा इस्तेमाल करने के तरीके खोजेंगे.

  • खतरनाक और प्रतिबंधित चीज़ें. सप्लायर, पर्यावरण के लिए खतरा पैदा करने वाले रसायनों और दूसरी चीज़ों की पहचान करेंगे और पक्का करेंगे कि उन्हें संभालकर इस्तेमाल किया जाए. साथ ही, यह भी ध्यान रखेंगे कि उनका रखरखाव, इस्तेमाल, और निपटारा सुरक्षित तरीके से किया जाए. सप्लायर, काम के दौरान निकलने वाली ज़हरीली गैसों, गंदे पानी, और कचरे की पहचान करके उन्हें कंट्रोल करेंगे. साथ ही, पर्यावरण को होने वाले नुकसान को कम करने के लिए इन्हें प्रोसेस करेंगे और कोशिश करेंगे कि इनकी मात्रा कम रहे. सप्लायर, कुछ खास चीज़ों के सीमित इस्तेमाल और उनके लिए तय की गई हमारी ज़रूरी शर्तों का पालन करेंगे. इसमें उन्हें दोबारा इस्तेमाल करने लायक बनाने और उनको मैनेज करने के लिए, लेबल लगाना शामिल है.

  • कचरे को कम करना: गंदे पानी, ठोस कचरे, और बारिश के पानी का मैनेजमेंट. सप्लायर हर तरह के कचरे को कम या खत्म करने के लिए काम करेंगे. जिन कामों के दौरान निकलने वाले कचरे को खत्म नहीं किया जा सकता, उन्हें सप्लायर, लागू होने वाले सभी कानूनों और नियमों के मुताबिक मैनेज और कंट्रोल करेंगे. ऐसा वे पर्यावरण के प्रति अपनी ज़िम्मेदारियों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित तरीके से करेंगे. इसमें बारिश के पानी की निकासी के लिए बनी नालियों में गैर-कानूनी तरीके से गंदा पानी छोड़ने और कचरा गिराने से रोकना शामिल है. साथ ही, यह ज़रूरी है कि सप्लायर, कारखाने में काम की वजह से जमा हुए गंदे पानी, ठोस कचरा, और साफ़-सफ़ाई में निकलने वाले कचरे को फेंकने से पहले, ज़रूरत के मुताबिक उन्हें प्रोसेस करेंगे. पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए, इनके अलावा और भी कई काम किए जा सकते हैं.

नैतिक मूल्यों और नियमों का पालन करना

बिज़नेस ऑपरेशंस में सच्चाई और ईमानदारी बनाए रखने के लिए सप्लायर, नैतिकता के ऊंचे मानकों को कायम रखेंगे. इनमें ये बातें शामिल हैं:

  • कारोबार में ईमानदारी. सप्लायर अपने काम में ऐसी किसी भी स्थिति से बचेंगे जिसमें उनके और हमारे बीच हितों का टकराव होता हो. साथ ही, अगर उनका हमारे किसी कर्मचारी से निजी या पारिवारिक रिश्ता है और उसकी वजह से उनके साथ हमारे संबधों पर असर पड़ सकता है, तो वे तुरंत हमें इस बारे में बताएंगे. अगर सप्लायर, हमारे किसी कर्मचारी को कारोबार के तहत कोई उपहार देते हैं, तो वे ऐसा कभी-कभी ही करेंगे. साथ ही, कारोबार के तहत दिया जाने वाला यह उपहार बहुत महंगा नहीं होना चाहिए. सप्लायर अपने बही-खातों और रिकॉर्ड में अपने कारोबारी सौदों को बिल्कुल सही रूप से दिखाएंगे. सप्लायर किसी भी तरह की रिश्वत का लेन-देन, भ्रष्टाचार, जबरन वसूली या गबन नहीं करेंगे. सप्लायर खुद या किसी और के ज़रिए गैरकानूनी पेमेंट नहीं करेंगे. भ्रष्टाचार-विरोधी कानूनों का पालन हो रहा है या नहीं, यह पक्का करने के लिए सप्लायर पूरी नज़र रखेंगे और इन्हें सही से लागू कराने के तरीके अपनाएंगे.

  • बौद्धिक संपत्ति. सप्लायर, बौद्धिक संपत्ति के अधिकारों का सम्मान करेंगे. साथ ही, ऐसी तकनीक और जानकारी देने वाली सुविधाओं का इस्तेमाल करेंगे जिससे बौद्धिक संपत्ति के अधिकारों का उल्लंघन न हो.

  • पूरी ज़िम्मेदारी से मटीरियल की सप्लाई करना. सप्लायर यह पक्का करने के लिए नीति बनाएंगे और उसका पालन करेंगे कि उनके बनाए गए उत्पादों में मौजूद टैंटलम, टिन, टंगस्टन, और सोना सीधे या किसी और तरह से, ऐसे किसी भी सशस्त्र समूहों को फ़ायदा नहीं पहुंचाता हो जो कॉन्गो लोकतांत्रिक गणराज्य या उसके पास के इलाके में मानवाधिकारों का हनन करने वाले काम करते हैं. सप्लायर, इन खनिज पदार्थों के स्रोत और उनके संरक्षण से जुड़ी पूरी सावधानी बरतेंगे. साथ ही, हमारे अनुरोध करने पर इस बारे में जानकारी देंगे.

  • निजता और जानकारी की सुरक्षा. सप्लायर, हर उस व्यक्ति की निजी जानकारी को सुरक्षित रखेंगे जिनके साथ वे कारोबार करते हैं. इनमें उनके सप्लायर, खरीदार, उपभोक्ता, और काम करने वाले लोग शामिल हैं.

  • सुलभता. सभी के लिए बनाए गए प्रॉडक्ट और सेवाओं को, हमारे उपयोगकर्ताओं और हिस्सेदारों तक पहुंचाने के लिए सप्लायर, (डब्ल्यूसीएजी) 2.1, लेवल AA के दिशा-निर्देशों का पालन करने वाले सुलभता मानकों, नई खोज, और सबसे सही तरीकों का इस्तेमाल करेंगे.

मैनेजमेंट सिस्टम

सप्लायर से यह उम्मीद की जाती है कि वे इन ज़िम्मेदारियों को पूरा करने के लिए ज़रूरी मैनेजमेंट सिस्टम अपनाएं या एक नया सिस्टम बनाएं. मैनेजमेंट सिस्टम को सप्लायर के इन कामों के लिए तैयार किया जाएगा: (a) हमारी ज़रूरी शर्तों और लागू होने वाले कानूनों और नियमों का पालन करने के लिए, (b) इन ज़िम्मेदारियों को निभाने के लिए, और (c) इन ज़िम्मेदारियों से जुड़े कामकाजी जोखिमों की पहचान करने और उन्हें कम करने के लिए. साथ ही, यह सिस्टम ऐसा होना चाहिए जिसे समय के साथ बेहतर बनाया जा सके:

  • मैनेजमेंट सिस्टम में ये विशेषताएं होनी चाहिए: अधिकारिक गंभीरता और ज़िम्मेदारी. काम करने से जुड़ी सभी प्रोसेस, लागू होने वाले कानूनों, नियमों, मानकों, और शर्तों के मुताबिक हों, उन पर नज़र रखती हों, और उनका पालन करती हों. जोखिम को मैनेज करने से जुड़ी प्रोसेस हों. सभी सप्लायर और काम करने वाले लोगों को, सप्लायर के हिसाब से तय किया गया प्रशिक्षण दिया जाए और उन्हें काम के बारे में पूरी जानकारी दी जाए. काम पर लगातार नज़र रखकर और उसका आकलन करके, बेहतर किया जाना चाहिए. इसमें बेहतर काम के लिए ज़रूरी कार्रवाई करना भी शामिल है. इसके अलावा, एक ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जो काम करने वाले लोगों को, बिना पहचान ज़ाहिर किए और बिना किसी कार्रवाई के डर के, शिकायत करने का मौका दे. हालांकि, ऐसा तब हो सकता है, जब कानून इसकी अनुमति देता हो. साथ ही, एक ऐसा कार्यक्रम होना चाहिए जिससे यह पक्का किया जा सके कि सप्लायर, काम करने वाले लोगों की शिकायतों पर ध्यान दें, इनका रिकॉर्ड रखें, इनकी सही तरीके से जांच करें, और ज़रूरी कार्रवाई करें.

रेफ़रंस

हमने सप्लायर के लिए ये शर्तें, अपने मूल्यों और इन बातों के आधार पर तय की हैं:

शीर्ष पर वापस जाएं